आज पूरे विश्व मे मनाया जा रहा ‘करवाचौथ’ का त्योहार, सुबह 6:58 पर शुरू हुआ मुहूर्त
– 5 साल बाद करवा चौथ पर बन रहा है विशेष संयोग
– पूजन समय सायंकाल 6:58 से 8:56 तक
– चंद्रोदय का सही समय सायंकाल 8:12 पर
अमर उजियारा एक्सक्लूसिव । संस्कृति डेस्क
महिलाओं के लिए अखंड सौभाग्य का प्रतीक कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि करवा चौथ का व्रत इस बार वर्ष 2017 के बाद 5 वर्ष के बाद अति विशिष्ट संयोग में पड़ रहा है व्रत के दिन रात्रि को 5 कौर मीठा लेकर ही महिलाएं व्रत तोड़े तो मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी।
उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल बताते हैं कि इस वर्ष 24 अक्टूबर रविवार के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए तथा वर्ष पर्यंत पति पर कोई भी संकट ना आए इसके लिए करवा चौथ का व्रत रखेंगी रविवार होने से व्रत का बहुत महत्व बढ़ गया है क्योंकि भगवान सूर्य का भी आशीर्वाद रहेगा और साथ में चंद्रमा अपनी उच्च राशि वृष राशि में तथा अपने प्रिय नक्षत्र रोहिणी में संचरण करेंगे इसलिए अति विशिष्ट संयोग बन रहा है।
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श्रीमद् भागवत व्यास पीठ पर आसीन होने वाले आचार्य चंडी प्रसाद आगे बताते हैं कि-
24 अक्टूबर को प्रातः काल 3:00 बजे से कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि प्रारंभ हो जाएगी जो 25 अक्टूबर को प्रातः काल 5:43 तक रहेगी रविवार के दिन उदय व्यापिनी चतुर्थी और चंद्र व्यापिनी भी चतुर्थी होने से इस व्रत का बहुत महत्व हो रहा है ऐसा विशेष संयोग लगभग 5 वर्ष के बाद पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री द्वारा ज्योतिष वैज्ञानिक एवं उत्तराखंड संस्कृत गौरव सम्मान से सम्मानित डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल के अनुसार चंद्रोदय का समय सायंकाल 8:10 पर रहेगा और पूजन का अति विशिष्ट समय साईं काल 6:58 से 8:56 तक रहेगा। उस समय महिलाएं भगवान गणेश सहित कार्तिकेय माता पार्वती और भगवान शिव का पूजन करें चंद्रमा को दूधिया जल से अर्घ्य देकर पति के हाथ से जल ग्रहण कर व्रत का पारण करें भोजन करते समय ध्यान रखें 5 कौर मीठा भोजन ले उसके बाद नमक ले सकते हैं।
आचार्य का परिचय
नाम-आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल
पब्लिक सर्विस कमीशन उत्तराखंड से चयनित प्रवक्ता संस्कृत।
निवास स्थान- धर्मपुर चौक के पास अजबपुर रोड पर मोथरोवाला टेंपो स्टैंड 56 / 1 धर्मपुर देहरादून, उत्तराखंड।
मोबाइल नंबर-9411153845
उपलब्धियां
वर्ष 2015 में शिक्षा विभाग में प्रथम गवर्नर अवार्ड से सम्मानित वर्ष 2016 में। सटीक भविष्यवाणी पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत सरकार ने दी उत्तराखंड ज्योतिष रत्न की मानद उपाधि। त्रिवेंद्र सरकार ने दिया ज्योतिष विभूषण सम्मान। वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा की सबसे पहले भविष्यवाणी की थी। इसलिए 2015 से 2018 तक लगातार एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त हुआ। ज्योतिष में इस वर्ष 5 सितंबर 2020 को प्रथम वर्चुअल टीचर्स राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त किया। वर्ष 2019 में अमर उजाला की ओर से आयोजित ज्योतिष महासम्मेलन में ग्राफिक एरा में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया ज्योतिष वैज्ञानिक सम्मान।