उत्तरांचल पंजाबी महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पंजाबी संस्कृति के विकास पर दिया गया जोर
काशीपुर । बैसाखी महोत्सव के उपलक्ष में उत्तरांचल पंजाबी महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पंजाबी संस्कृति के विकास पर ज़ोर दिया। विधायक शिव अरोरा एवं स. त्रिलोक सिंह चीमा की उपस्थिति में आयोजित रंगारंग कार्यक्रम में पंजाबी गिद्दा, भंगड़ा आदि विभिन्न कार्यक्रम जेके राक्स फ़ाउंडेशन के कलाकारों ने प्रस्तुत किये।
प्रदेश अध्यक्ष राजीव घई ने नवनिर्वाचित रूद्रपुर विधायक शिव अरोरा एवं स. त्रिलोक सिंह चीमा के भारी मतों से विजयी होने पर उनका अभिनंदन किया व उन्हें अवगत कराया की उत्तराखंड निर्माण से पूर्व गठित महासभा पंजाबी संस्कृति को प्रदेश के घर घर तक पहुँचाने में सफल हुई व इसकी 24 प्रदेश के विभिन्न नगरों की इकाइयों के द्वारा तीज एवं सभी त्योहारों को धूमधाम से मनाया जाता है।
1947 बँटवारे में शहीद हुए बुज़ुर्गों के वारिसों के द्वारा प्रत्येक वर्ष 14 अगस्त को शहीदी दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। हमारी माँग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो विभाजन के समय शहीद हुए हमारे बुजुर्गों को सम्मान देने वा श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए 14 अगस्त को “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” के रूप में मनाने की घोषणा कर दी। जिसके लिये महासभा उनका धन्यवाद करती है और इस वर्ष 14 अगस्त पर प्रदेश के सभी नगरों में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर बँटवारे में शहीद हुए बुजुर्गो के वारिस अपनी आने वाली पीढ़ी की विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से उनकी कुर्बानियों की गाथाओं की जानकारी देंगे तथा प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करेंगे।
घई ने अवगत कराया कि पंजाबी महासभा अपने प्रदेश व देश के विकास के लिये समर्पित है। गत वर्षों की महामारी की वजह से प्रदेश काफ़ी पिछड़ गया है। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के विकास को देखते हुए युवा जुझारू पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश को विकसित करने की ज़िम्मेदारी दी है। उत्तरांचल पंजाबी महासभा जो पूर्णतः गैररजनीतिक है, का मानना है कि वर्तमान व्यवस्था में चल रही सरकार को विकास को ही प्राथमिकता देनी चाहिये। लोकतांत्रिक व्यवस्था में मुख्यमंत्री का विधायक निर्वाचित होना ज़रूरी है। जो कि आज के राजनीतिक परिवेश में एक औपचारिकता ही है। परन्तु इसके लिये प्रदेश की पूर्ण चुनाव प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा।
प्रदेश की ख़ुशहाली के लिये प्रदेश अध्यक्ष राजीव घई द्वारा प्रस्ताव रखा कि मुख्यमंत्री जिस भी विधानसभा से चुनाव लड़ें उन्हें निर्विरोध चुना जाये जिससे प्रदेश में विकास पूरक कार्यों को प्राथमिकता मिले व सौहार्दपूर्ण वातावरण में पूरे देश में एक संदेश जाये कि उत्तराखंड में सभी पक्ष एवं विपक्ष विकास को प्राथमिकता देते हैं। यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पंजाबी महासभा के समस्त सदस्यों में पारित हुआ। श्री घई द्वारा समस्त सामाजिक, व्यापारिक, राजनीतिक, सरकारी एवं ग़ैरसरकारी संस्थाओं/संगठनो से अपील की गई कि वे अपने-अपने स्तर से मुख्यमंत्री को निर्विरोध चुने जाने की अपील करें जिससे प्रदेश विकास के कार्यों को प्राथमिकता दे सके।
कार्यक्रम में उपस्थित विधायकों के द्वारा पाँच सम्मानित पार्षद स. गुरविंदर सिंह चंडोक, राजू सेठी, मनोज जग्गा, मनोज बाली, स. कुलवंत सिंह को सम्मानित किया गया व कार्यक्रम में समस्त कलाकारों को मोमेंटो दिया।
विधायक स. त्रिलोक चीमा ने समाज को प्रदेश के विकास में बढ़चढ़ कर सहयोग देने पर ज़ोर दिया व महासभा के द्वारा गत 23 वर्षों से किये जा रहे कार्यों की सराहना की। विधायक शिव अरोरा ने महासभा के प्रदेश में भाईचारे की संस्कृति रखने में किये कार्य व उत्तराखंड में आपदाओं में संगठन द्वारा किये गये सहयोग की सराहना की व समाज को विभिन्न विकासपुरक कार्यों में सहयोग देने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में काशीपुर ज़िला अध्यक्ष प्रवीण सेठी ने सभी प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आये पदाधिकारियों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री सुनील अरोरा, प्रदेश युवा अध्यक्ष भारत भूषण चुघ, ज़िला महामंत्री चेतन अरोरा, ज़िला उपाध्यक्ष प्रभात साहनी, प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील खेड़ा, जगदीश पहवा, राजकुमार फुटेला, दिलप्रीत सिंह सेठी, हरीश जल्होत्रा, जसपाल सिंह चड्ढा, कैप्टन संजीव अरोरा, राजू ओबेरोय, प्रदेश कोषाध्यक्ष राजीव परनामी, मनीष सपरा, सुभाष तनेजा, प्रवीण रहेजा, आदि रुद्रपुर, हल्द्वानी, किच्छा, हरिद्वार, रुड़की, देहरादून आदि शहरों के पंजाबी समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।