“श्रावण मास शिव तत्व ” उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल जीके पवित्र पावन श्रावण मास में व्यासपीठ से दैनिक प्रवचन से सादर उद्धृत
देहरादून । 7 अगस्त 2021
“शिवत्व” अर्थात लोक मंगल की वह उच्च मनोदशा जिसमें स्वयं अनेक कष्टों को सहकर भी दूसरों के कष्टों को मिटाने का हर सम्भव प्रयास किया जाता है। स्वयं खुले आसमान के नीचे जीवन यापन कर रावण को सोने की लंका देने वाले भगवान शिव से श्रेष्ठ इसका कोई उदाहरण नहीं हो सकता।
भगवान शिव भले ही स्वयं फकीरी में रहे मगर वाणासुर और रावण जैसे अनेक भक्तों को उन्होंने अनन्त ऐश्वर्य, अनन्त राजसी ठाट – बाट प्रदान किये।
जिसके अंदर लोकमंगल का भाव न हो, जिसकी प्रवृत्ति में परोपकार न हो और जिसका मन किसी की पीड़ा को देखकर न पसीजता हो वह व्यक्ति शिव – शिव कहने मात्र से कभी भी शिव भक्त नहीं हो सकता। जो हर स्थिति में भक्तों का कल्याण करे वह “शिव” और जो कल्याण की भावना रखे वही “शिव भक्त” है।
भगवान शिव का एक नाम “आशुतोष” भी है। “आशुतोष” अर्थात बहुत जल्दी और बहुत कम में प्रसन्न हो जाने वाले। एक लोटा जल चढाने मात्र से ही भगवान शिव् प्रसन्न हो जाया करते हैं और अगर भोग लगाते भी हैं तो भाँग और धतूरे जैसी चीजों का।
दूसरों से कम लो, देने की भावना ज्यादा रखो। आज व्यक्ति यह नहीं सोच रहा कि मैंने दूसरों को क्या दिया ? उसका समग्र चिन्तन इतना ही है कि मुझे दूसरों ने क्या दिया ?
वही साहसी है और बड़ा है जो दूसरों से लेने की नहीं देने की इच्छा और सामर्थ्य रखता है। केवल आयु में ही नहीं आचरण में भी बड़े होने का प्रमाण दो। दूसरों से अपेक्षा नहीं अपितु उनकी अपेक्षाओं को पूरा करने वाले बनो। यही शिवत्व है।
कर्तव्य के पुनीत पथ को
हमने स्वेद से सींचा है,
कभी-कभी अपने अश्रु और
प्राणों का अर्घ्य भी दिया है।
किंतु अपनी ध्येय-यात्रा में,
हम कभी रुके नहीं हैं।
किसी चुनौती के सम्मुख
कभी झुके नहीं हैं।
आचार्य का परिचय
नाम-आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल
पब्लिक सर्विस कमीशन उत्तराखंड से चयनित प्रवक्ता संस्कृत।
निवास स्थान- धर्मपुर चौक के पास अजबपुर रोड पर मोथरोवाला टेंपो स्टैंड 56 / 1 धर्मपुर देहरादून, उत्तराखंड।
मोबाइल नंबर-9411153845
उपलब्धियां
वर्ष 2015 में शिक्षा विभाग में प्रथम गवर्नर अवार्ड से सम्मानित वर्ष 2016 में। सटीक भविष्यवाणी पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत सरकार ने दी उत्तराखंड ज्योतिष रत्न की मानद उपाधि। त्रिवेंद्र सरकार ने दिया ज्योतिष विभूषण सम्मान। वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा की सबसे पहले भविष्यवाणी की थी। इसलिए 2015 से 2018 तक लगातार एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त हुआ। ज्योतिष में इस वर्ष 5 सितंबर 2020 को प्रथम वर्चुअल टीचर्स राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त किया। वर्ष 2019 में अमर उजाला की ओर से आयोजित ज्योतिष महासम्मेलन में ग्राफिक एरा में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया ज्योतिष वैज्ञानिक सम्मान।