शीतलहर से बचाव के लिए सभी प्रभावी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं: मुख्यमंत्री
उधमसिंह नगर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीसी के माध्यम से शीतलहर से बचाव हेतु तैयारियों की समीक्षा करते हुए सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि शीतलहर कोई जनहानि न हो उसकी सभी व्यवस्थाए सुनिश्चित कर ली जाय। उन्होने कहा सभी रैन बसरों में पर्याप्त कम्बल, गद्दों के साथ ही हीटर, गर्म पानी आदि व्यवस्थाए भी सुनिश्चित कर ली जाय तथा नियमित अलाव भी जलाये जाये व गरीब जरूरतमंदो को कम्बल वितरित किये जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा चिकित्सालयों को अलर्ट मोड में रखे तथा पर्याप्त दवाएं, वार्डो में हीटर, गर्म पानी आदि भी व्यवस्थाएं की जाय। उन्होने कहा कि गर्भवती महिलाओं की प्रसव तिथि के साथ सूची बनाये व ऐसी महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्थाए की जाय ताकि उन्हे प्रसव के दौरान किसी प्रकार की परेशानी न हो एवं तत्काल उपचार मिल सके।
उन्होने कहा जिन क्षेत्रों में बर्फ गिरती हो तथा पाला पड़ता है उन क्षेत्रों में चूना व नमक का छिड़काव की व्यवस्था की जाये व तुरन्त यातायात व्यवस्था सुचारू की जाये। उन्होने कहा कि कोहरे व रात्रि में दुर्घटनाओं की सम्भावनाये बढ़ जाती है इसलिए सभी वाहनो में रिफ्लेक्टर लगाये जाये। उन्होने कहा कि वाहनों में ओवर लोडिंग, ओवर स्पीड पर अंकुश लगाये जाये, इसके लिए पुलिस, परिवहन, प्रशासन संयुक्त अभियान चलाये तथा रात्रि गश्त भी करें।
जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि जनपद में 19 रैन बसेरे बनाये गये है जिसमे 185 वैड है। उन्होने बताया 447 गरीब व जरूरतमंदो को कम्बल वितरित किये गये तथा 113 स्थानों पर नियमित अलाव जलाये जा रहे है। उन्होने बताया कि रैन बसेरों की सूची फोन नम्बर सहित बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन व अन्य मुख्य स्थानों पर लगाये गये है व अधिकारियों द्वारा भी रात्रि भ्रमण किया जा रहा है।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा, मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, नगर आयुक्त नरेश चन्द्र दुर्गापाल, ओसी गौरव पाण्डेय, एसीएमओ डॉ0 राजेश आर्या, मुख्य शिक्षा अधिकारी केएस रावत, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आशुतोष जोशी, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ0 अभय सक्सेना, मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभार सिंह, सीओ आरडी मठपाल, अधीक्षण अभियंता लोनिवि हरीश कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम सुनील जोशी, जल संस्थान अजय कुमार, विद्युत उमाकांत चतुर्वेदी, केके पंत, सिंचाई पीसी पाण्डे, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी आदि मौजूद थे।