गेम्स होने तक नो प्रोटोकॉल, जरूरत है तो करिए सीधे कॉल: रेखा आर्या

देहरादून (विश्वजीत सिंह)। राष्ट्रीय खेल सचिवालय में आयोजित वीडियो कांफ्रेंस मीटिंग में सभी जिला क्रीड़ा अधिकारियों से कहा कि जब तक राष्ट्रीय खेल पूरे नहीं होते तब तक व्यवस्था बनाने के लिए आप मेरे किसी प्रोटोकॉल की चिंता मत करिए, कोई भी समस्या होने पर जब चाहे मुझे सीधे कॉल कर सकते हैं। लेकिन खेलों के आयोजन में कोई कमी नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह पूरे प्रदेश की प्रतिष्ठा का सवाल है।

मीटिंग में सभी खिलाड़ियों के आने जाने, रहने, खाने के इंतजाम की समीक्षा की गयी। इसके अलावा आयोजन स्थलों पर 24 घंटे पावर सप्लाई, वेस्ट मैनेजमेंट आदि इंतजामों को चाकचौबंद करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।

रग्बी, स्वीमिंग, वेट लिफ्टिंग और बॉक्सिंग जैसे खेलाें में खिलाड़ियों को गंभीर चोट लगने या फिर हार्ट प्राब्लम होने की आशंका रहती है, इसलिए इनके आयोजन स्थलों पर फिजीशियन और फीजियोथैरेपिस्ट के अलावा कार्डियोलॉजिस्ट भी उपलब्ध रहें, इसके भी निर्देश दिए।

इन खेलाें में देश भर से अलग अलग पृष्ठभूमियों से खिलाड़ी आएंगे। ऐसे में उन्हें यह अहसास कराना हमारी जिम्मेदारी है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार उनकी व्यक्तिगत रूप से चिंता कर रही है। इसके लिए संभवत पहली बार ऐसा हो रहा है कि हम हर एक खिलाड़ी को कंट्रोल रूम से फोन करके उनके रहने, खाने, ठहरने की जानकारी उन्हेंं पहले से दे रहे हैं। अब तक कंट्रोल रूम से करीब 7 हजार खिलाड़ियों को कॉल की जा चुकी है। मैनें अधिकारियों से कहा है कि हर प्रदेश के खानपान का कल्चर अलग होता है इसलिए जहां तक संभव हो हर खिलाड़ी को उसकी पसंद के व्यंजन मिले, ताकि सभी खिलाड़ी खेलभूमि की आवभगत के कायल हों।

इस अवसर पर विशेष खेल सचिव अमित सिन्हा जी, निदेशक प्रशांत आर्य, संयुक्त निदेशक अजय अग्रवाल समेत विभाग के आला अधिकारी उपस्थित रहे।