“रंगीलो पहाड़” – २०२४ उत्तराखंड की होली का त्योहार बंगलुरु में – दीपाली पंत तिवारी
बंगलूरू । “तुम सिद्धि करो महाराज होली के दिन में” फाल्गुन के आते ही होली के त्योहार की धूम शुरू हो जाती है। होली के लिए लोगों का उत्साह देखते ही बनता है। वैसे तो सभी जगहों पर होली का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन पहाड़ की होली के तो कहने ही क्या? महीने भर पहले से ही घर-घर में बैठकी होली, खड़ी होली आदि कार्यक्रम रखे जाते हैं। होली आते-आते यह उत्साह दिनोंदिन बढ़ता ही जाता है। पहाड़ के लोगों की खासियत है कि वे कहीं भी रहें उनके साथ पहाड़ भी रहता है। आज हमारे पहाड़ी भाई-बहन उत्तराखंड से निकलकर देश-विदेशों तक में बस गए हैं लेकिन पहाड़ उनसे कभी भी नहीं छूटा। वे जहाँ भी रहते हैं, वहाँ अपना उत्तराखंड बना लेते हैं।
ऐसा ही एक उत्तराखंड समाज बना है बंगलूरु में। इतना ही नहीं यहाँ उत्तराखंड महासंघ नाम से एक गैर लाभकारी संस्था भी है जो आयकर 1961 के सेक्शन 12A और 80 G के तहत रजिस्टर्ड है। बंगलुरु में स्थित यह उत्तराखंड महासंघ संस्था ऐसी पहली पहाड़ी संस्था है जो उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहरों को संजोने के अतिरिक्त ज़रूरतमंदों, किसानों, छात्र-छात्राओं और अल्प सुविधा प्राप्त लोगों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तराखंड महासंघ संस्था ने अभी तक पाँच हजार से भी अधिक जरूरतमंद लोगों तक अलग-अलग तरीकों से सहायता पहुँचाई है। जैसे-करोना काल में भोजन की व्यवस्था करना, रक्तदान शिविर, वस्त्रदान शिविर, सहायता के लिए फंड इकट्ठा करना आदि।
आज उत्तराखंड महासंघ संस्था अन्य समूहों जैसे- लॉइन्स क्लब, लिओ क्लब और गूँज जैसी जानी-मानी हुई संस्थाओं के साथ भी मिलकर अनेक समाजिक कार्य कर रही है। उत्तराखंड महासंघ संस्था केवल बंगलुरु तक ही सीमित नहीं है आज इसकी मदद का दायरा ऊँटी, मंगलुरु और उत्तराखड़ के विभिन्न क्षेत्रों तक बढ़ गया है। उत्तराखंड महासंघ संस्था कई ऐसे दिग्गज स्वयंसेवकों का समूह है जो विभिन्न सरकारी व प्राइवेट सेक्टरों में जुड़े हुए हैं।
हर बार की तरह इस बार भी उत्तराखंड महासंघ संस्था हमारे पहाड़ की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और प्रचार-प्रसार करने के लिए “रंगीलो पहाड़” होली का कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। यहाँ बंगलुरु में रह रहे प्रवासी उत्तराखंडी भाई-बहनों को एक छत के नीचे आमंत्रित करना, सभी उत्तराखंडी भाई-बहनों को संस्था से जोड़ना, हमारे पहाड़ को बंगलुरु जैसे महानगर में उतार लाना और उत्तराखंड के कलाकारों को एक स्टेज देना आदि इस आयोजन की खासियत है।
आगामी होली के अवसर पर उत्तराखंड के विभिन्न लोकगायकों व कलाकारों- बी.के.सामंत जी, किशन महिपाल जी, गजेन्द्र राणा जी और मेघना चंद्रा जी का बंगलुरु में समागम होगा। पारंपरिक संगीत जैसे- ढोल-दमाऊ, मसकबाज-हुरका, बैठकी होली, खड़ी होली आदि की धूम मचेगी। उत्तराखंडी खाद्य-पदार्थों, खान-पान, वस्त्रों-आभूषणों की दुकानें सजेंगी। साथ ही साथ विभिन्न स्टार्टप उद्यमियों को मंच मिलेगा। २४ मार्च २०२४ को आई टी आई ग्राउंड बंगलुरु में ‘रंगीलो पहाड़’ कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जा रहा है। जो भी उत्तराखंडी भाई-बहन पहाड़ से दूर बसे एक और पहाड़ की झलक देखना चाहते हैं वो सभी इस कार्यक्रम में अवश्य पहुँचें और उत्तराखंड महासंघ संस्था का हिस्सा बनकर अपना सहयोग प्रदान करें।