उत्तराखंड के स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात कर्मियों की लेट-लतीफी पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से हो रही अनदेखी
झाझरा / देहरादून । (अमर उजियारा संवाददाता) 24 नवंबर 2021
उत्तराखंड में एक तरफ सरकार उच्चकोटि की मातृ एवम शिशु सेवाएं देने दावा करती है वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य कर्मियों का उदासीन चेहरा सामने आ जाता है।

सरकार समय पर वेतन दे यही दबाव सभी सरकारी कर्मचारी करते हैं लेकिन यही सरकारी कर्मचारी समय पर अपने कार्यालय पहुंचने में कष्ट महसूस करते हैं।
देहरादून के विकास नगर तहसील के अंतर्गत आने वाले ग्राम झाझरा की स्वास्थ्य सेवाओं के हाल यही हैं। झाझरा के मातृत्व एवम शिशु कल्याण केंद्र में जहां का समय शीतकाल के लिए प्रातः 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक का है, वहां सरकारी एएनएम 10:15 AM बजे भी नदारद रहती हैं। केंद्र पर लटका हुआ ताला राज्य सरकार के मुँह पर तमाचा है।
आज सुबह 10:15 तक केंद पर ताला लटका हुआ था। 10:15 के बाद एक महिला स्वास्थय कर्मी मौके पर पहुंची, उनके पास भी केंद की चाबी नहीं थी। मरीजों के दबाव के चलते उक्त कर्मी ने ताला तुड़वाकर केंद्र का दरवाजा खोला।
सरकार को ऐसे स्वास्थ्य कर्मियों के वेतन में देर से आने पर कटौती करनी चाहिए व बॉयोमेट्रिक के द्वारा उपस्थिति दर्ज करनी चाहिए। स्वास्थ्य विभाग लंबे समय से ऐसी घटनाओं पर पर्दा डालते आया है।