उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती, राज्य के विभिन्न अस्पतालों में तैनात होंगे 220 नए डॉक्टर

देहरादून, 4 सितम्बर। प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने की दिशा में राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने 220 नए डॉक्टरों को उनकी प्रथम तैनाती दे दी है। इनमें से अधिकांश चिकित्सकों को विशेष रूप से पर्वतीय और दूरस्थ क्षेत्रों के अस्पतालों और स्वास्थ्य इकाइयों में भेजा गया है, जहां लंबे समय से पद रिक्त चल रहे थे।

चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने जानकारी दी कि सरकार की प्राथमिकता है कि ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों के लोगों को भी अपने नजदीक ही गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सके। इसी उद्देश्य से चयनित चिकित्सकों को चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर, अल्मोड़ा और नैनीताल सहित प्रदेश के अन्य जिलों की स्वास्थ्य इकाइयों में तैनात किया गया है।

इन डॉक्टरों को ऐसे स्थानों पर भेजा गया है, जहां वर्षों से चिकित्सकों की कमी बनी हुई थी। उदाहरणस्वरूप चमोली जिले के देवाल, ग्वालदम, थराली, गैरसैंण और जोशीमठ, उत्तरकाशी के हर्षिल, गंगोत्री, मोरी व जानकीचट्टी, टिहरी के लंबगांव, नंदगांव, थत्यूड़, रुद्रप्रयाग के गुप्तकाशी, भीरी, पौड़ी के बीरोंखाल, रिखणीखाल, पाबौं, पिथौरागढ़ के थल, धारचूला, मुनस्यारी, चंपावत के बाराकोट, चम्पावत जिला चिकित्सालय, बागेश्वर के कपकोट, बैजनाथ, अल्मोड़ा के भिकियासैंण, दनिया, चौखुटिया और नैनीताल के बेतालघाट, ज्योलीकोट, मुक्तेश्वर सहित कई अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर तैनात होंगे।

डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि इन नियुक्तियों से न सिर्फ सुदूरवर्ती इलाकों में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं मजबूत होंगी, बल्कि मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर इलाज मिल सकेगा। इससे सरकार का “अंतिम गांव तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने का संकल्प” भी पूरा होगा।