सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल के आवास पर”इगास पर्व” की बधाई देने पहुंची स्वदेशी और विदेशी हस्तियां
देहरादून । अमर उजियारा ब्यूरो – पूरे उत्तराखंड में आज राज्य के पारंपरिक त्योहार इगास पर्व की धूम मची हुई है। इस पुनीत अवसर का लाभ लेते हुए कई स्वदेशी और विदेशी हस्तियों ने आज सहायक निदेशक शिक्षा डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल से उनके आवास पर मुलाकात कर शैक्षिक और सांस्कृतिक विचार विमर्श किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सबसे पहले उनके आवास पर अमेरिका कैलिफोर्निया से मल्टीनेशनल कंपनी के ब्रांड साइंटिस्ट मुकेश घिल्डियाल अपनी माता संतोषी घिल्डियाल के साथ पहुंचे और उन्होंने उत्तराखंड की शिक्षा व्यवस्था में निर्धन परंतु मेधावी बच्चों के लिए देश एवं प्रदेश की सरकारें किस तरह से कार्य कर रही हैं विषय पर सहायक निदेशक डॉ घिल्डियाल से विचार विमर्श किया। डॉक्टर घिल्डियाल ने उन्हें बताया कि केंद्र एवं राज्य सरकार बहुत सारी महत्वाकांक्षी योजनाओं के साथ जिसमें मध्यान भोजन, निशुल्क गणवेश एवं पुस्तक वितरण कई प्रकार की छात्रवृत्ति का वितरण करके शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने पर लगी हुई है।
यहां यह स्मरणीय है कि मुकेश घिल्डियाल की प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षा दीक्षा श्रीनगर गढ़वाल में हुई है ग्रेजुएशन में वह गणित एवं भूगर्भ विषय में दिल्ली विश्वविद्यालय से ऑनर्स डिग्री में स्वर्ण पदक विजेता रहे और अपनी विलक्षण प्रतिभा के दम पर अमेरिका की मल्टीनैशनल कंपनी में आज ब्रांड साइंटिस्ट के रूप में लगभग 5 करोड के वार्षिक पैकेज पर कार्य कर रहे हैं।
इसके बाद दिल्ली से भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में कार्य करके सेवानिवृत्त अधिकारी श्रीमती सुमन बहुगुणा अपने पति कुलदीप एवं देहरादून बसंत विहार निवासी अपनी बड़ी बहन इंदू काला एवं उनके पति सेवानिवृत्त वरिष्ठ इंजीनियर रमेश काला के साथ डॉक्टर घिल्डियाल के आवास पर पहुंचे और इगासपर्व की बधाई देने के साथ उनसे ज्योतिषीय परामर्श लिया और उनके द्वारा शिक्षा अधिकारी के रूप मे विशेष रुप से प्रदेश की संस्कृत शिक्षा व्यवस्था में लगातार निरीक्षण एवं परीक्षण करके पूरे देश में देववाणी का संदेश देने का जो कार्य किया जा रहा है उस पर चर्चा और परिचर्चा की।
विदित है कि सुमन बहुगुणा का परिवार अंतरराष्ट्रीय नेता स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा के परिवार के नजदीक रहा है और स्वर्गीय बहुगुणा उनके प्रत्येक निजी कार्यों में हमेशा अपने जीवन पर्यंत शामिल रहे। इसलिए उनका उत्तराखंड की शिक्षा एवं संस्कृति से विशेष रूप से लगाव है, सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल के आग्रह पर यह सभी लोग आज राजधानी देहरादून में जगह-जगह आयोजित इगास पर्व के कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे।