डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को शिक्षा विभाग में अधिकारी बनने पर बधाई देने पहुंचे “मंत्री प्रसाद नैथानी”
- डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को शिक्षा अधिकारी बनाने की विपक्षी दल भी करने लगे हैं प्रशंसा
- पूर्व शिक्षा मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी बधाई देने पहुंचे आवास पर
देहरादून । अमर उजियारा संवाददाता
भारतीय धर्म शास्त्रों की उक्ति है कि उत्कृष्ट व्यक्तित्व एवं कृतित्व वह है जिसकी विरोधी भी प्रशंसा करें और यह उक्ति चरितार्थ हो रही है उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत के उस निर्णय के प्रति जिसके तहत उन्होंने मूर्धन्य विद्वान डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को शैक्षिक संवर्ग से सेवा स्थानांतरण देकर प्रशासनिक संवर्ग में शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग में सहायक निदेशक के पद पर बिठाया है।
बहुतायत देखने में आता है कि वर्तमान मंत्री की कार्य शैली की विपक्षी दल के उसी विभाग के पूर्व मंत्री द्वारा आलोचना ही की जाती है परंतु आज सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल की कार्यशैली से प्रभावित होकर पूर्व शिक्षा मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी उनके धर्मपुर में वाइट हाउस नाम से विख्यात निजी आवास पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देने पहुंचे।
डॉक्टर घिल्डियाल को उत्तराखंड की एक विशाल पेंटिंग शुभकामनाओं सहित भेंट करते हुए पूर्व शिक्षा मंत्री ने कहा कि डॉक्टर धन सिंह रावत ने विज्ञान और वेदांत के मूर्धन्य विद्वान, ईमानदार छवि और कुशल प्रशासक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को शिक्षा विभाग का अधिकारी बना कर शिक्षा के प्रति अपनी उत्कृष्ट सोच का प्रदर्शन किया है जिसकी पक्ष और विपक्ष द्वारा मुक्त कंठ से प्रशंसा हो रही है।
इस अवसर पर अपने आवास पर पहुंचे पूर्व शिक्षा मंत्री का हार्दिक अभिनंदन करते हुए सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा कि शिक्षा में ज्ञान ,चारित्र्य और एकता के साथ यदि कोई सरकार अच्छे निर्णय ले रही है तो उसके सकारात्मक कार्यों की विपक्ष के द्वारा भी प्रशंसा होनी चाहिए यही एक स्वस्थ लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, और इस श्रंखला में शिक्षा सुधारों के हिमायती मंत्री प्रसाद नैथानी के मन में यदि मेरे शिक्षा के प्रति समर्पण भाव को देखते हुए वर्तमान शिक्षा मंत्री के निर्णय के प्रति आदर का भाव जागृत हुआ है तो यह अत्यंत सराहनीय और अनुकरणीय है और वे ईमानदारी और कर्मठता से कार्य करते हुए इसको बनाए रखने का हृदय से प्रयास करेंगे इस अवसर पर दोनों के बीच नई शिक्षा नीति 2020 के उत्तराखंड में क्रियान्वयन पर भी चर्चा हुई।
यहां यह बात विशेष उल्लेखनीय है कि पब्लिक सर्विस कमीशन से चयनित डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को उत्तराखंड सरकार की सिफारिश पर वर्ष 2015 में शिक्षा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रथम गवर्नर अवार्ड सम्मान से सम्मानित किया गया है इसके साथ ही उन्हें संस्कृत शिक्षा एवं ज्योतिष के क्षेत्र में उत्तराखंड ज्योतिष रत्न, उत्तराखंड संस्कृत गौरव ,ज्योतिष विभूषण एवं ज्योतिष वैज्ञानिक सहित अनेक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है।