आपके घर में लगातार हो रही हैं कुछ अजीब घटनाएं तो हो जाएं सतर्क

अमर उजियारा । ज्योतिष एवम संस्कृति डेस्क । आचार्य सीपी घिल्डियाल की कलम

आपने महसूस किया होगा कि घर में कुछ अजीब-अजीब घटनाएं शुरू हो गई हैं। आप समझ नही पाते होंगे कि ऐसी घटनाएं क्यो हो रही हैं।

इस संदर्भ में उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने इन घटनाओं का शास्त्रीय विश्लेषण करते हुए बताया है कि-

गरुड़ पुराण के मुताबिक ऐसी घटनाएं बुरे वक्त के आगमन का संकेत कर रही होती है मनुष्य के जन्म लेने से लेकर मृत्यु तक सुख-दुख का दौर लगातार साथ चलता रहता है। कभी सौभाग्य मनुष्य के दरवाजे पर दस्तक देता है तो कभी दुर्भाग्य आता है। लेकिन क्या ये दोनों अचानक आते हैं। जब भी दुर्भाग्य घर में आने वाला होता है तो वह विभिन्न तरीकों से पहले ही संकेत देने लगता है। अगर आप इन संकेतों को पहचान जाएं तो पता चल जाता है कि भविष्य में कुछ अनहोनी होने वाली है। इसके बाद आप ज्योतिषीय उपाय कर उस दुर्भाग्य के प्रभाव को काफी हद तक दूर किया जा सकता है।

नमकीन चीजों में काली चींटियों का घुसना

शास्त्रों के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति के घर में मौजूद नमकीन चीजों में काली चीटी घुस जाएं तो इसे बुरे वक्त के आगमन का संकेत माना जाता है। ऐसे में ज्योतिषीय उपाय करके इस समस्या का समाधान करवा लेना चाहिए।

अगर किसी घर में बाथरूम की बढ़िया तरीके से सफाई के बाद भी दुर्गंध आए या पालतू कुत्ते की अचानक मौत हो जाए तो दुर्भाग्य का संकेत समझे जाते हैं। इसी तरह घर में कांच के बर्तन का बार-बार चटक जाने को भी अशुभ माना जाता है।

बार-बार उबलते दूध का बिखरना

अगर आपके घर में रोजाना दूध उबालने के दौरान रसोई में फैल जाता है, तो समझ लीजिए कि ईश्वर आपको कुछ संकेत दे रहा है। माना जाता है कि उबलते दूध का बाहर गिरना किसी बड़ी अनहोनी का इशारा होता है। ऐसे में संयम और शांति से काम लें और तत्काल पारिवारिक सदस्यों की कुंडलियों का विश्लेषण करवाएं ।

घर साफ करने के बाद कुछ समय में ही गंदा हो जाना

घर को अच्छी तरह साफ करने के बावजूद अगर उसमें कुछ समय बाद ही गंदगी फैल जाती है तो उसे आप हल्के में न लें। यह अजीब घटना इस बात का इशारा होती है कि मां लक्ष्मी आपसे कुपित हैं और जल्द ही आप आर्थिक तंगी के दुष्चक्र में फंसने वाले हैं।

चलती घड़ियों का अचानक बंद हो जाना

किसी घर में अगर चलती हुई घड़ियां अचानक बंद हो जाएं तो यह अपशकुन का संकेत होता है। माना जाता है कि घड़ियों का बंद होना स्वास्थ्य को नुकसान या परिवार में किसी की जनहानि का इशारा होता है। इसलिए अगर कभी ऐसा हो तो तुरंत घड़ी के सेल बदल दें। अगर इसके बाद भी घड़ी न चले तो उसे तुरंत बदल डालें। घर में बंद घड़ी का रहना अच्छा नहीं माना जाता।

घर के सदस्यों में समय-समय पर आपस की बहस हो जाना

यदि घर के सदस्यों में आपस में बार-बार बहस हो रही है तो समझ जाना चाहिए कि दुर्भाग्य सामने है इसलिए तत्काल विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।

डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने कहा है कि यदि उपरोक्त लक्षण किसी के भी घर में दिखाई देते हैं तो उन लोगों को चाहिए कि तत्काल अपनी कुंडलियों का विश्लेषण करवाएं जिस प्रकार शरीर में कुछ बुरे लक्षण दिखाई देने पर हम पैथोलॉजी जांच करवाते हैं इसी प्रकार समय-समय पर ज्योतिषीय विश्लेषण भी अवश्य होना चाहिए।

यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल की ज्योतिषीय भविष्यवाणियां एकदम सटीक होती है। नौकरी व्यापार, न्याय, शासन प्रशासन एवं राजनीति से जुड़े हुए तमाम लोग उनसे समय-समय पर ज्योतिषीय मार्गदर्शन लेकर अपना भविष्य उज्जवल करते हैं।

आचार्य का परिचय

नाम-आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल

पब्लिक सर्विस कमीशन उत्तराखंड से चयनित प्रवक्ता वर्तमान में सहायक निदेशक शिक्षा विभाग उत्तराखंड सरकार 

निवास स्थान- 56 / 1 धर्मपुर देहरादून, उत्तराखंड। 

मोबाइल नंबर-9411153845

उपलब्धियां 

वर्ष 2015 में शिक्षा विभाग में प्रथम गवर्नर अवार्ड से सम्मानित वर्ष 2016 में लगातार सटीक भविष्यवाणियां करने पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड ज्योतिष रत्न सम्मान से सम्मानित किया वर्ष 2017 में त्रिवेंद्र सरकार ने दिया ज्योतिष विभूषण सम्मान। वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा की सबसे पहले भविष्यवाणी की थी। इसलिए 2015 से 2018 तक लगातार एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त हुआ शिक्षा एवं ज्योतिष क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए 5 सितंबर 2020 को प्रथम वर्चुअल टीचर्स राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त किया। मंत्रों की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित कर लोगों की समस्त समस्याओं का हल करने की वजह से वर्ष 2019 में अमर उजाला की ओर से आयोजित ज्योतिष महासम्मेलन में ग्राफिक एरा में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया ज्योतिष वैज्ञानिक सम्मान।

डिस्क्लेमर – ऊपर दिया हुआ लेख आचार्य चंडी प्रसाद द्वारा लिखित है। अमर उजियारा का उद्देश्य समाज में अंधविश्वास को बढ़ावा देना नहीं है। 

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