पौराणिक मान्यता के अनुसार कहां गिरे थे माता सती के नयन? आज वह स्थान किस नाम से जाना जाता है? जानने के लिए कीजिए लिंक पर क्लिक

  • कैसे पड़ा शहर का नाम नैनीताल?
  • क्या है पौराणिक कथा?

नैना देवी मंदिर उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित एक प्रसिद्ध और पवित्र धार्मिक स्थल है। यह मंदिर नैनीताल झील के उत्तरी छोर पर स्थित है और मां नैना देवी (देवी शक्ति) को समर्पित है। यह मंदिर अपनी धार्मिक मान्यता और सुंदरता के कारण न केवल श्रद्धालुओं बल्कि पर्यटकों के बीच भी अत्यंत लोकप्रिय है।

क्या है नैनी देवी मंदिर का पौराणिक महत्व?

नैना देवी मंदिर का संबंध भी 51 शक्तिपीठों की पौराणिक कथा से है। ऐसा माना जाता है कि जब सती ने अपने पिता दक्ष के यज्ञ में अपमानित होने के बाद आत्मदाह किया, तो भगवान शिव उनके शरीर को लेकर तांडव करने लगे। इस दौरान भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से सती के शरीर के टुकड़े किए। जहां-जहां सती के अंग गिरे, वहां शक्तिपीठ बने।
नैनीताल के नैना देवी मंदिर को वह स्थान माना जाता है, जहां सती की आंखें (नयन) गिरी थीं। इसी कारण इस मंदिर का नाम “नैना देवी” पड़ा।

कैसा है नैना देवी मंदिर का स्थापत्य?

नैना देवी मंदिर का मुख्य गर्भगृह मां नैना देवी को समर्पित है। यहां देवी की दो आंखों की मूर्ति है, जो उनकी शक्ति और करुणा का प्रतीक है।

मंदिर परिसर में देवी काली और भगवान गणेश की मूर्तियां भी स्थित हैं। मंदिर के चारों ओर का वातावरण शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा हुआ है।

क्या है नैनी मंदिर की भौगोलिक स्थिति?

नैना देवी मंदिर नैनीताल झील के किनारे स्थित है, जिससे यहां का दृश्य अत्यंत मनमोहक बनता है। झील का शांत पानी और आसपास के हरे-भरे पहाड़ इस मंदिर के प्राकृतिक सौंदर्य को और बढ़ाते हैं।

नैनीताल में होने वाले त्योहार और आयोजन

1. नवरात्रि: नवरात्रि के दौरान मंदिर में विशेष पूजा और भव्य आयोजन होते हैं। इस समय यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।

2. श्रावण महीने में पूजा: श्रावण के महीने में यहां विशेष अनुष्ठान और मेलों का आयोजन होता है।

कैसे पहुंचे नैनीताल?

1. हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर है, जो नैनीताल से लगभग 70 किमी दूर है।

2. रेल मार्ग: काठगोदाम रेलवे स्टेशन, जो नैनीताल से 34 किमी की दूरी पर है, निकटतम रेलवे स्टेशन है।

3. सड़क मार्ग: नैनीताल उत्तराखंड के प्रमुख शहरों और दिल्ली से बस और टैक्सी सेवाओं द्वारा आसानी से जुड़ा हुआ है।

क्या है नैनीताल का पर्यटन और धार्मिक महत्व?

नैनीताल का नैना देवी मंदिर धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है। इसके साथ ही यह पर्यटकों के लिए भी एक आकर्षण का केंद्र है। मंदिर के आसपास नैनीताल झील, स्नो व्यू प्वाइंट और मॉल रोड जैसी जगहें हैं, जो इस स्थान को और खास बनाती हैं।

नैना देवी मंदिर आध्यात्मिकता और प्राकृतिक सुंदरता का एक अद्भुत संगम है। यहां की धार्मिक महत्ता और अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य भक्तों और पर्यटकों को एक विशेष अनुभव प्रदान करता है। नैनीताल की यात्रा पर जाने वाले हर व्यक्ति को इस मंदिर के दर्शन अवश्य करने चाहिए।