वर्ष 2022 का आखिरी चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को

  • पखवाड़े के अंदर सूर्य एवं चंद्र ग्रहण होना राजकाज के लिए चिंताजनक

देहरादून । आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल –  वर्ष 2022 का आखिरी चंद्रग्रहण मंगलवार 8 नवंबर 2022 को लग रहा है, एक पखवाड़े के अंदर सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण का लगना देश और दुनिया में राजकाज के लिए चिंताजनक स्थिति पैदा कर रहा है।

उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल बताते हैं कि 7 नवंबर 2022 को सायंकाल 4:18 से पूर्णिमा तिथि प्रारंभ हो रही है, इसलिए प्रदोष काल में पूर्णिमा तिथि होने से देव दीपावली इस दिन ही मनाया जाना शास्त्र सम्मत है, पूर्णमासी तिथि 8 नवंबर मंगलवार को साईं काल 4:35 तक रहेगी जबकि चंद्रग्रहण दोपहर 1:32 से प्रारंभ हो जाएगा उसका सूतक काल ठीक 8 घंटे पहले प्रारंभ हो जाएगा यह ग्रहण सायंकाल 7:27 तक रहेगा।

खगोल वैज्ञानिक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल सूक्ष्म विवेचना करते हुए बताते हैं, कि भारतवर्ष में यह ग्रहण शाम को 5:32 पर दिखाई देगा और 6:18 पर इसका समापन हो जाएगा इसलिए लोगों को विशेष रूप से इस अवधि मैं ही सावधानियां रखनी है, उन्होंने यह भी बताया कि एक पखवाड़े के अंदर सूर्य ग्रहण के बाद चंद्रग्रहण का होना राज्य सत्ता के लिए अच्छा नहीं माना जाता है ,इसके फलस्वरूप 6 माह के अंदर सत्ता से जुड़े हुए किसी बड़े नेता को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।

आचार्य घिल्डियाल ने बताया कि यह ग्रहण मेष राशि और भरणी नक्षत्र पर घटित हो रहा है जिसका सभी राशियों पर अलग-अलग असर निम्न प्रकार से रहेगा।

मेष राशि

इस राशि पर ग्रहण घटित होने से राशि से संबंधित लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती हैं, धन ,पद ,प्रतिष्ठा का नुकसान हो सकता है ,यदि कुंडली में चंद्रमा और मंगल ग्रह की स्थिति ठीक ना हो तो पूर्ण वैदिक और वैज्ञानिक पद्धति से चंद्रमा का यंत्र सिद्ध करके बनाया जाए तो सब कुछ शुभ रहेगा।

वृष राशि

इस राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण खर्चों को लेकर आ रहा है ,अनावश्यक खर्च होंगे दूर की यात्राएं भी हो सकती है माता-पिता को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।

मिथुन राशि

इस राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण वरदान साबित हो सकता है, यदि चंद्रमा और बृहस्पति की स्थिति कुंडली में ठीक हो तब परंतु यदि इन ग्रहों की स्थिति ठीक नहीं है तो धन पद प्रतिष्ठा की हानि हो सकती है ,इन ग्रहों का यंत्र सिद्ध करना शुभ रहेगा।

कर्क राशि

इस राशि वालों के लिए ग्रहण की स्थिति ठीक है। सभी प्रकार के लाभ प्राप्त होंगे परंतु कुंडली में चंद्रमा की स्थिति ठीक ना हो तो कफ एवं हृदय संबंधी परेशानियां हो सकती है।

सिंह राशि

भाग्य भाव में ग्रहण घटित होने से भाग्य में अचानक रुकावटें कार्यों में अनावश्यक विलंब संतान को कष्ट हो सकता है अपनी कुंडली दिखाकर परामर्श अवश्य लें।

कन्या राशि

राशि से अष्टम स्थान में ग्रहण घटित होने से दुर्घटना का योग बना हुआ है ,ग्रहण के 1 हफ्ते तक दूर की यात्राएं न करने में ही भलाई है।

तुला राशि इस राशि के लोगों के दांपत्य जीवन में यह ग्रहण उथल-पुथल मचा सकता है पत्नी को स्वास्थ्य कष्ट पुत्री को अथवा मां को कष्ट हो सकते हैं।

वृश्चिक राशि

शत्रुओं का विनाश होगा मुकदमे बाजी में विजय प्राप्त होगी, नौकरी की प्राप्ति भी हो सकती है

धनु राशि

संतान को कष्ट होने की प्रबल संभावना स्वयं की बुद्धि भ्रमित रहेगी बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है/

मकर राशि

वाहन दुर्घटना का योग तथा जमीन ,जायदाद संबंधी नुकसान होने की संभावना रहेगी घर में किसी बुजुर्ग को तकलीफ हो सकती है

कुंभ राशि

भाइयों से लड़ाई झगड़ा एवं आत्मविश्वास में कमी रहेगी धन का नुकसान भी हो सकता है ,अपनी कुंडली का विश्लेषण अवश्य कराएं

मीन राशि

इस राशि के लोगों के लिए ग्रहण लाभदायक रहेगा धन ,पद, प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी परंतु स्वास्थ्य संबंधी नुकसान होने की संभावना है बहुत सावधान रहें

अंतरराष्ट्रीय जगत में ज्योतिष का चमकता हुआ सितारा कहे जाने वाले आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल का कहना है कि जिस प्रकार ओले गिरने पर हम सिर के ऊपर छाता रख लेते हैं तो बच् जाते हैं ठीक इसी प्रकार चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण ग्रहों संबंधी उपचार करने के लिए बहुत उत्तम समय माना जाता है।इसलिए जिनकी जिंदगी में ग्रहों का खराब प्रभाव चल रहा हो उनके लिए यह समय उपचार कराने के लिए बहुत अच्छा है वह तत्काल इस संदर्भ में संपर्क कर सकते है।

आचार्य का परिचय

नाम-आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल

पब्लिक सर्विस कमीशन उत्तराखंड से चयनित प्रवक्ता वर्तमान में सहायक निदेशक शिक्षा विभाग उत्तराखंड सरकार 

निवास स्थान- 56 / 1 धर्मपुर देहरादून, उत्तराखंड। 

मोबाइल नंबर-9411153845

उपलब्धियां 

वर्ष 2015 में शिक्षा विभाग में प्रथम गवर्नर अवार्ड से सम्मानित वर्ष 2016 में लगातार सटीक भविष्यवाणियां करने पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड ज्योतिष रत्न सम्मान से सम्मानित किया वर्ष 2017 में त्रिवेंद्र सरकार ने दिया ज्योतिष विभूषण सम्मान। वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा की सबसे पहले भविष्यवाणी की थी। इसलिए 2015 से 2018 तक लगातार एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त हुआ शिक्षा एवं ज्योतिष क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए 5 सितंबर 2020 को प्रथम वर्चुअल टीचर्स राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त किया। मंत्रों की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित कर लोगों की समस्त समस्याओं का हल करने की वजह से वर्ष 2019 में अमर उजाला की ओर से आयोजित ज्योतिष महासम्मेलन में ग्राफिक एरा में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया ज्योतिष वैज्ञानिक सम्मान।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *