बरसों बाद 10 दिन की नवरात्रि, पूरे देश के लिए शुभ संयोग : आचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल “दैवज्ञ”
अमर उजियारा ज्योतिष एवं संस्कृति डेस्क, आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल। इस साल शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू होकर 1 अक्टूबर तक पूरे 10 दिन चलेगी। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार इतने दिनों तक चलने वाली नवरात्रि कई वर्षों बाद आ रही है। ‘उत्तराखंड ज्योतिष रत्न’ आचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल “दैवज्ञ” का कहना है कि यह संयोग मंत्र और यंत्रों की सिद्धि के लिए बेहद खास है और पूरे भारतवर्ष के लिए शुभ फलदायक रहेगा।
उन्होंने बताया कि दशहरा पर्व 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस बार नवरात्रि में उत्तराफाल्गुनी और हस्त नक्षत्र का संयोग बन रहा है, जो पूजा-पाठ के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
नवरात्रि 10 दिन क्यों होगी?
आचार्य दैवज्ञ के अनुसार, तृतीया तिथि 24 और 25 सितंबर को दो दिन पड़ रही है। इस वजह से नवरात्रि में एक अतिरिक्त दिन जुड़ जाएगा। नवरात्रि में बढ़ती तिथि को शुभ और ऊर्जा देने वाली माना जाता है। वहीं, श्राद्ध की तिथियाँ इस बार एक दिन कम रही हैं, जिसे पूरे देश के लिए शुभ संकेत बताया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि श्राद्ध काल की शुरुआत चंद्र ग्रहण से हुई थी, जिसके कारण प्राकृतिक आपदाएँ हुईं। लेकिन 21 सितंबर का सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका भारत पर कोई असर नहीं होगा।
घटस्थापना मुहूर्त (22 सितंबर, सोमवार)
प्रातः 05:58 बजे से 07:52 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त – 11:37 बजे से 12:25 बजे तक
मां दुर्गा की सवारी
धर्मशास्त्रों के अनुसार इस बार देवी दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएँगी। हाथी की सवारी को बहुत ही शुभ माना जाता है। इसे समृद्धि, उन्नति और शांति का प्रतीक माना जाता है।
विशेष साधना
उत्तराखंड ज्योतिष रत्न की उपाधि से सम्मानित आचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल “दैवज्ञ”, जिन्हें “राजगुरु” के नाम से भी जाना जाता है, ने बताया कि इस नवरात्रि में वे स्वयं भी विशेष साधना करेंगे। वे ब्रह्म मुहूर्त और अर्धरात्रि में मंत्रों की शक्ति को यंत्रों में स्थापित करने की साधना करेंगे और उत्तराखंड सहित पूरे देश की सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।


