गर्भ संबंधी दवाओं पर सख्ती, पीसीपीएनडीटी की जनपद स्तर पर होगी समीक्षा: स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत
देहरादून, 31 अगस्त। राज्य में भ्रूण लिंग परीक्षण और अवैध गर्भपात की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा रुख अपनाया है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अब बिना डॉक्टर की सलाह के गर्भ संबंधी दवाएं नहीं मिलेंगी।
जनपद स्तर पर होगी नियमित समीक्षा
देहरादून में हुई राज्य पर्यवेक्षण बोर्ड की बैठक में डॉ. रावत ने कहा कि पीसीपीएनडीटी एक्ट के पालन की जनपद स्तर पर नियमित समीक्षा की जाएगी। इन बैठकों में बोर्ड के सदस्य भी शामिल रहेंगे, ताकि जमीनी स्तर पर हो रहे कार्यों की सटीक निगरानी की जा सके।
अनधिकृत बिक्री पर होगी कड़ी कार्रवाई
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मिसोप्रोस्टोल जैसी गर्भ संबंधी दवा की अनधिकृत बिक्री पाए जाने पर मेडिकल स्टोर संचालकों पर पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को सख्त आदेश दिए गए हैं।
21 दिन में अनिवार्य जन्म पंजीकरण
बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि नवजात शिशु का जन्म पंजीकरण 21 दिन के भीतर अनिवार्य रूप से कराया जाए। इसके लिए ग्राम प्रधान, आशा, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही जन्म पंजीकरण और चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के लिए व्यापक जनजागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
भ्रूण हत्या रोकने के लिए ठोस कार्ययोजना
डॉ. रावत ने कहा कि भ्रूण लिंग परीक्षण और भ्रूण हत्या पर रोक लगाने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसके अलावा विभागीय अधिकारियों की जनपदवार जिम्मेदारी तय कर भ्रमण कार्यक्रम भी बनाए जाएंगे।

बैठक में विधायक सविता कपूर, सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
कैथ लैब का लोकार्पण
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने रविवार को स्वामी विवेकानंद धर्मार्थ चिकित्सालय, धर्मावाला में अत्याधुनिक कैथ लैब का उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा कि अब हृदय रोगियों को स्थानीय स्तर पर एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को भी उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं न्यूनतम शुल्क पर मिलेंगी।
इस मौके पर प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेंद्र, विधायक सहसपुर सहदेव पुंडीर, दिव्य प्रेम मिशन के संस्थापक आशीष भैया और रोटरी क्लब के सदस्य मौजूद रहे।

