शिक्षकों को अंतरिम प्रमोशन का लाभ मिलेगा – डॉ. धन सिंह रावत

  • विभागीय अधिकारियों को निर्देश – विधि विभाग से परामर्श लेकर न्यायालय में करें ठोस पैरवी
  • स्थानांतरण प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने के भी दिए आदेश

देहरादून, 28 अगस्त। प्रदेश सरकार ने विद्यालयी शिक्षा विभाग के अंतर्गत लंबे समय से लंबित वरिष्ठता विवाद को देखते हुए शिक्षकों को अंतरिम प्रमोशन का लाभ देने का निर्णय लिया है। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विभागीय अधिकारियों को आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करने और विधि विभाग से परामर्श लेकर न्यायालय में मजबूत जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए।

आज विधानसभा स्थित सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. रावत ने स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य पात्र शिक्षकों को शीघ्र प्रमोशन का लाभ उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठता विवाद का मामला न्यायालय में लंबित होने से पदोन्नति प्रभावित हो रही है, जिससे विद्यालयों के शैक्षिक एवं मूल्यांकन कार्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इसका सीधा नुकसान छात्र-छात्राओं को उठाना पड़ रहा है।

बैठक में मंत्री ने धारा-27 के अंतर्गत स्थानांतरण प्रकरणों के त्वरित निस्तारण और असाध्य रोगों से ग्रसित अध्यापकों के स्थानांतरण मामलों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धारा-27 के अंतर्गत प्रस्ताव शीघ्र शासन को भेजे जाएं, ताकि समयबद्ध रूप से स्थानांतरण संपन्न हो सकें।

इसके साथ ही उन्होंने शिक्षा विभाग से संबंधित कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर भी निर्णय लिए। इनमें –

  1. राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) व जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (DIET) के प्रशासनिक ढांचे का पुनर्गठन
  2. उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अधिसंख्या अध्यापकों का समायोजन
  3. प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक विद्यालय का उच्चीकरण
  4. एनईपी-2020 के अनुरूप कक्षा 1 से 8 तक का नया पाठ्यक्रम तैयार करना
  5. डी श्रेणी के विद्यालयों के पुनर्निर्माण एवं मरम्मत प्रस्तावों को शीघ्र नाबार्ड को प्रेषित करना

बैठक में विद्यालयी शिक्षा सचिव रविनाथ रमन, सचिव न्याय प्रशांत जोशी, अपर सचिव कार्मिक ललित मोहन रयाल, विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक दीप्ति सिंह, उप सचिव माध्यमिक शिक्षा ऋचा, अनु सचिव विकास श्रीवास्तव, निदेशक SCERT वंदना गर्ब्याल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. मुकुल सती, निदेशक संस्कृत शिक्षा डॉ. आनंद भारद्वाज, अपर निदेशक SCERT पदमेन्द्र सकलानी समेत विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।