क्या है योग का इतिहास? क्या है योग करने का सही तरीका? संपूर्ण जानकारी के लिए पढ़िए पूरा आर्टिकल

योग का इतिहास, प्रकार और योग करने का सही तरीका।

🧘‍♂️ योग एक प्राचीन विज्ञान है तथा आधुनिक जीवनशैली की संजीवनी है।

🕉️ योग का इतिहास

योग एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जिसकी जड़ें हजारों वर्ष पुरानी हैं। संस्कृत शब्द “योग” का अर्थ है — “जुड़ना या एक होना”, अर्थात् आत्मा का परमात्मा से मिलन।

योग का उल्लेख सबसे पहले ऋग्वेद में हुआ है। इसके बाद उपनिषदों, भगवद गीता, और फिर पतंजलि योगसूत्र (लगभग 200 ई.पू.) में योग को व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत किया गया। महर्षि पतंजलि ने योग को “अष्टांग योग” के रूप में परिभाषित किया, जिसमें आठ अंग होते हैं: यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि।

🌿 योग के प्रमुख प्रकार

आज योग के कई रूप विकसित हो चुके हैं। कुछ प्रमुख प्रकार:

1. हठ योग

  • यह योग का सबसे प्राचीन रूप है।
  • इसमें आसनों और प्राणायाम के माध्यम से शरीर को संतुलित किया जाता है।

2. राज योग

  • ध्यान और मानसिक अनुशासन पर आधारित।
  • पतंजलि द्वारा प्रतिपादित अष्टांग योग इसी श्रेणी में आता है।

3. भक्ति योग

  • भगवान के प्रति प्रेम और भक्ति के माध्यम से आत्मा का परमात्मा से मिलन।

4. कर्म योग

  • बिना किसी फल की आशा के कर्म करना।

5. ज्ञान योग

  • आत्मा और ब्रह्म की जानकारी के माध्यम से मोक्ष प्राप्त करना।

6. कुंडलिनी योग

  • यह शरीर में सोई हुई ऊर्जा (कुंडलिनी शक्ति) को जागृत करने की विधि है।

7. विन्यास योग

  • तेज गति से किए जाने वाले आसनों का अनुक्रम, जो आजकल काफी लोकप्रिय है।

योग को सही ढंग से करने के लिए नीचे दिए गए बिंदुओं का ध्यान रखें:

1. समय

  • सुबह सूर्योदय से पहले या शाम को सूर्यास्त के समय करना उत्तम होता है।

2. स्थान

  • शांत, स्वच्छ और हवादार स्थान चुनें।

3. भोजन

  • योग खाली पेट करें। योग से 2-3 घंटे पहले कुछ खा सकते हैं।

4. पहनावा

  • ढीले-ढाले, आरामदायक कपड़े पहनें।

5. शुरुआत

  • प्रारंभ में हल्के आसन और प्राणायाम से शुरुआत करें।
  • धीरे-धीरे अभ्यास बढ़ाएं।

6. ध्यान और श्वास

  • हर आसन के दौरान ध्यान और श्वास पर फोकस करें।

7. नियमितता

  • प्रतिदिन कम से कम 20-30 मिनट योग करें।

💡 योग के लाभ

  • शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है
  • तनाव और चिंता को कम करता है
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
  • नींद में सुधार होता है
  • पाचन तंत्र मजबूत होता है
  • एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ती है

योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि यह एक जीवन शैली है जो शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन बनाता है। आज के तनावपूर्ण जीवन में योग अपनाना, न केवल मानसिक शांति देता है, बल्कि शरीर को भी रोगों से दूर रखता है।