शनि ग्रह के राशि परिवर्तन का क्या पड़ेगा असर कर्क व वृश्चिक राशि पर प्रभाव? जानने के लिए पढ़िए पूरा लेख

अमर उजियारा ज्योतिष एवं संस्कृति डेस्क । ज्योतिष रत्न आचार्य चंड़ी प्रसाद घिल्डियाल की कलम

  • शनि ने किया 29 अप्रैल को कुम्भ राशि में प्रवेश
  • पड़ेगा सभी राशियों पर प्रभाव
  • किसी को मिलेगी राहत, किसी की बढ़ेगी परेशानी

आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल बताते हैं कि-

सप्ताह 29 अप्रैल 2022 को शनि ग्रह ने कुंभ राशि में प्रवेश कर दिया है। शनि ग्रह के राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ता है। शनि ग्रह का राशि परिवर्तन करने से कई लोगों को राहत मिलेगी वहीं दूसरी तरफ कई लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। शनि के कुंभ राशि में प्रवेश के साथ ही मीन राशि पर साढ़े साती शुरू हो गई है तथा धनु राशि में साढ़े सारी का समापन हो गया है जो धनु राशि वाले जातकों के लिए राहत लेकर आएगा। इसके अलावा 2 राशियां ऐसी है, जिन पर शनि ग्रह की साढ़े साती नहीं शुरू हुई है फिर भी उन पर शनि का कहर रहेगा।

कर्क राशि वालों पर शुरू हुई शनि की ढैय्या, क्या होगा असर?

शनि ग्रह के गोचर के साथ ही कर्क राशि के जातकों पर शनि की ढैय्या शुरू चुकी है और यह करीब ढाई साल तक चलेगा। कर्क राशि के जातकों पर ढाई साल तक शनि की कड़ी नजर रहेगी और जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। करियर और शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी तकलीफ हो सकती है। धन हानि की भी आशंका है। स्वास्थ्य के प्रति भी अलर्ट रहें।

वृश्चिक राशि वालों पर भी होगा शनिग्रह के राशि परिवर्तन का असर

वृश्चिक राशि के जातकों पर भी शनि का गोचर शनि की ढैय्या का असर शुरू हो गया है। आने वाले ढाई साल वृश्चिक राशि के लिए परेशानी भरे हो सकते हैं। शनि की ढैया और साढ़े साती से धन, स्वास्थ्य और प्रतिष्ठा की हानि होती है। हर बात पर गुस्सा करने से बचें।

शनि ग्रह कर्म के अनुसार देता है फल – आचार्य घिल्डियाल

उत्तराखंड ज्योतिष रत्न घिल्डियाल बताते हैं कि भारतीय ज्योतिष में शनि को कर्म फलदाता कहा गया है अर्थात शनि ग्रह कर्मानुसार फल देता है। जातक की कुंडली में यदि अच्छे कर्म होते हैं एवं शनि शुभ स्थिति में होते हैं तो शनि की साढ़े साती और ढैय्या का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। ऐसे में जातक को साढ़े साती और ढैय्या के दौरान लोगों को अपने कर्मों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ऐसे लोगों को असहाय, महिलाओं, बुजुर्गों का अपमान नहीं करना चाहिए। साथ ही निर्धन व असहाय लोगों की सहायता करना चाहिए।

आचार्य का परिचय

नाम-आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल
पब्लिक सर्विस कमीशन उत्तराखंड से चयनित प्रवक्ता संस्कृत।
निवास स्थान- 56 / 1 धर्मपुर देहरादून, उत्तराखंड। कैंप कार्यालय मकान नंबर सी 800 आईडीपीएल कॉलोनी वीरभद्र ऋषिकेश
मोबाइल नंबर-9411153845

उपलब्धियां

वर्ष 2015 में शिक्षा विभाग में प्रथम गवर्नर अवार्ड से सम्मानित वर्ष 2016 में लगातार सटीक भविष्यवाणियां करने पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड ज्योतिष रत्न सम्मान से सम्मानित किया वर्ष 2017 में त्रिवेंद्र सरकार ने दिया ज्योतिष विभूषण सम्मान। वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा की सबसे पहले भविष्यवाणी की थी। इसलिए 2015 से 2018 तक लगातार एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त हुआ शिक्षा एवं ज्योतिष क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए 5 सितंबर 2020 को प्रथम वर्चुअल टीचर्स राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त किया। मंत्रों की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित कर लोगों की समस्त समस्याओं का हल करने की वजह से वर्ष 2019 में अमर उजाला की ओर से आयोजित ज्योतिष महासम्मेलन में ग्राफिक एरा में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया ज्योतिष वैज्ञानिक सम्मान।

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