28 फरवरी से बुध होंगे वक्री। कौन पहुंचेगा अर्श पर और कौन फर्श पर! जानने के लिए कीजिए लिंक पर क्लिक

देहरादून (आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल की कलम)। बीते सप्ताह दैत्य गुरू शुक्र के वक्री होने बाद अब फरवरी में अंत में 28 फरवरी को बुद्धि के देवता बुध अपनी नीच राशि में वक्री होने जा रहे हैं, उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल “दैवज्ञ” के अनुसार यह स्थिति किसी को अर्श पर पहुंचाएगी तो किसी को फर्श पर पटकेगी।

वक्री बुध का असर!

ज्योतिष शास्त्र के मर्मज्ञ आचार्य दैवज्ञ बताते हैं, कि जब कोई भी ग्रह वक्री होता है तो उसका असर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगता है। ऐसे में जब बुध वक्री होंगे तो जिन जातकों को अभी तक शुभ फल मिल रहा था उन्हें शुभ फल मिलने लगेगा और जिन्हें अशुभ फल मिल रहा था उन्हें शुभ फल मिलने लगेगा।

फरवरी में बुध कब वक्री हो रहे हैं!

हिन्दू पंचांग के अनुसार बुद्धि के दाता बुध 28 फरवरी 2025 शुक्रवार को सुबह 9 बजे वक्री होने जा रहे हैं। जो करीब 20 दिन तक इसी राशि में वक्री रहेंगे। इसके बाद एक फिर इनकी चाल बदलेंगी। जो 7 मार्च को मीन राशि में ही मार्गी हो जाएंगे।

4 अप्रैल को बुध का गोचर!

7 मार्च को मीन राशि में मार्गी होने के बाद शुक्र का राशि परिवर्तन होगा। जो अपनी राशि छोड़कर दूसरी राशि में प्रवेश कर जाएंगे। हिन्दू पंचांग के अनुसार बुध 4 अप्रैल को मीन राशि से मेष राशि में गोचर कर जाएंगे। जिसका असर सभी राशियों पर पड़ेगा।

बुध किस राशि में वक्री हो रहे हैं!

अभी तक बुध मीन राशि में चल रहे हैं। अब ये इसी राशि में वक्री होने जा रहे हैं। मीन राशि बुध की नीच राशि है। नीच राशि में जब कोई ग्रह वक्री या मार्गी होता है तो इसका असर अच्छा नहीं होता है।

वक्री बुध का असर कैसा होता है!

अपनी सटीक भविष्यवाणियों के लिए अंतरराष्ट्रीय जगत में प्रसिद्ध आचार्य दैवज्ञ के अनुसार बुध को बुद्धि का देवता या कारक माना जाता है। जब बुध वक्री होते हैं तो इसका असर व्यक्ति की बुद्धि पर असर होता है। ऐसे में मीन राशि में बुध के वक्री होने पर व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता का क्षय होगा। बौद्धिक दोष आएगा। यानी लोगों की सोचने की क्षमता प्रभावित होती है। इस समय परीक्षा का समय चल रहा है ऐसे में परीक्षार्थियों को विशेष सतर्क रहने की जरूरत है।

बुध की उच्च, नीच और स्व राशि कौन सी हैं।

ज्योतिष के अनुसार हर ग्रह की स्व, उच्च और नीच राशि होती हैं। बुध की स्व राशि मिथुन , उच्च राशि कन्या और नीच राशि मीन है।

वक्री बुध के अशुभ असर को दूर करने के उपाय क्या हैं

यदि आपकी कुंडली में बुध नीच के हैं या बुध वक्री होने पर अशुभ असर पड़ने वाला है तो ऐसे में आपको बुध के उपाय जरूर करना चाहिए।

वक्री बुध किसे होंगे शुभ

ज्योतिष वैज्ञानिक डॉक्टर चंडी प्रसाद के अनुसार जिन जातकों की राशि मिथुन और कन्या है उन्हें 20 मार्च तक का समय बेहद शुभकारी होगा। इसके अलावा वृष, कर्क, तुला, वृश्चिक, मकर, कुंभ, मीन पर इसका साधारण फल देखने मिलेगा।

वक्री बुध से किसे रहना होगा सावधान

मीन राशि में बुध के वक्री होेने पर राशि चक्र की तीन राशियों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। इसमें धनु, सिंह और मेष राशि शामिल हैं।

मेष , सिंह, धनु को क्यों रहना है सावधान

आचार्य दैवज्ञ के अनुसार जब कोई ग्रह वक्री होता है वह अपने घर से चौथे, आठवें और बारहवें भाव वाले को प्रभावित करता है। ऐसे में मीन राशि में बुध का गोचर धनु राशि को चौथा, सिंह राशि को आठवां, मेष राशि को बारहवां पड़ेगा। यही कारण है इन तीन राशि के जातकों को 20 मार्च तक बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।