श्रद्धा और भक्ति से होता है जीव का कल्याण – आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल

मन्त्रे ,तीर्थे ,द्विजे ,देवे ,दैवज्ञे ,भेषजे गुरौ
यादृशी भावना यस्य,सिद्धिर्भवति तादृशी

अमर उजियारा । ज्योतिष संस्कृति डेस्क । आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल

मंत्र, पवित्र नदी का जल, ब्राह्मण, भगवान, ज्योतिषी, औषधी और गुरू इनके उपर जीव की जैसी श्रद्धा होगी उनको वैसा ही फल प्राप्त होगा।

उपरोक्त विचार उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने अपने आवास पर नित्य सायंकाल को चल रहे दैनिक प्रवचन में व्यक्त किए उन्होंने कहा कि-

श्रीरामचरित मानस में कहा गया है कि ईश्वर के प्रति जिनकी जैसी भावना रहेगी, ईश्वर का दर्शन भी उसी के अनुसार होगा, इसके साथ- साथ श्री दुर्गा सप्तशती के “कवच” मे स्पष्ट किया गया है कि जैसा आपका चिन्तन होगा उसी के अनुरूप फल की प्राप्ति होगी।

श्रद्धा मन का सामर्थ्य है और मन ही महान सुख-दुख का कारण है, इसी के निर्मल होने पर सब कुछ निर्मल हो जाता है बन्धन और मोक्ष का कारण भी न यह देह है और न जीवात्मा और न ही यह इन्द्रियाँ है अपितु मन ही मानव के बन्धन और मुक्ति का कारण है।

“देश एवं विदेशों में 500 से अधिक श्रीमद् भागवत कथाएं कर चुके श्रीमद्भागवत रत्न से सम्मानित आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने खचाखच भरे श्रद्धालुओं के मंडप में प्रवचन करते हुए कहा कि इसलिए हमेशा मन को शान्त, निर्मल एवं शुद्ध रखते हुये प्रभु पर पूर्ण श्रद्धा तथा विश्वास भी रखने का निरंतर प्रयास करते रहें।”

उन्होंने सटीक उदाहरण देते हुए कहा कि-

जैसे बिजली तारो में बहती है और सूर्य की किरणों मे अनन्त उर्जा है, लेकिन कुचालक तत्व लकड़ी और प्लास्टिक उसका अनुभव नही कर पाते जबकि सुचालक तत्व धातु और यंत्र उस विद्युत उर्जा को संग्रहीत कर उससे अनेको चमत्कारिक कार्य कर सकते हैं।

उसी प्रकार श्रद्वा भक्ति का वह द्वार है जिसके अन्दर से अंनन्त उर्जा हमारे हृदय में प्रवेश कर हमें शिवतत्व का बोध कराती है।”

श्रद्वा भक्ति से जीवन में नैतिकता का संचार होता है जो संतों और गुणी पुरुषों के,जो सदैव जन-जन के कल्याणस्वरूप परमात्म तत्व में स्थित रहते है के सम्पर्क में आने से उपलब्ध होता है, इसलिए जीवन में सदैव श्रद्धा और भक्ति का भाव बनाए रक्खें।” इससे आपका मंगल ही होगा।

आचार्य का परिचय

ज्योतिष रत्न श्री चंडी प्रसाद घिल्डियाल

नाम-आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल
पब्लिक सर्विस कमीशन उत्तराखंड से चयनित प्रवक्ता संस्कृत।
निवास स्थान- 56 / 1 धर्मपुर देहरादून, उत्तराखंड। कैंप कार्यालय मकान नंबर सी 800 आईडीपीएल कॉलोनी वीरभद्र ऋषिकेश
मोबाइल नंबर-9411153845

उपलब्धियां

वर्ष 2015 में शिक्षा विभाग में प्रथम गवर्नर अवार्ड से सम्मानित वर्ष 2016 में लगातार सटीक भविष्यवाणियां करने पर उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्तराखंड ज्योतिष रत्न सम्मान से सम्मानित किया वर्ष 2017 में त्रिवेंद्र सरकार ने दिया ज्योतिष विभूषण सम्मान। वर्ष 2013 में केदारनाथ आपदा की सबसे पहले भविष्यवाणी की थी। इसलिए 2015 से 2018 तक लगातार एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त हुआ शिक्षा एवं ज्योतिष क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए 5 सितंबर 2020 को प्रथम वर्चुअल टीचर्स राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त किया। मंत्रों की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित कर लोगों की समस्त समस्याओं का हल करने की वजह से वर्ष 2019 में अमर उजाला की ओर से आयोजित ज्योतिष महासम्मेलन में ग्राफिक एरा में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिया ज्योतिष वैज्ञानिक सम्मान।

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